फ़र्श से शुरू हुआ निकिता लाम्बा का सफ़र, उपलब्धियों के अर्श की ओर गतिमान हो गया। लखनऊ, भुवनेश्वर होते हुए यह सफ़र चीन तक जा पहुँचा, वहाँ कांस्य पदक अर्जित करना मामूली बात नहीं। उपलब्धियों के इस सिलसिले पर ज़रूरत हुई तो ऐसी दसियों पोस्ट न्यौछावर करेंगे।
ता ने आज अपने महाविद्यालय के लिए प्रस्थान किया तो क्या यहाँ शानदार स्वागत बिना ही आगमन हो? संस्था ने स्वामी गोपाल दासजी की प्रतिमा को वन्दन करते हुए, ढोल-ढमाके के साथ, खुले वाहन में बैठाकर, शानदार विजय-जुलूस के बीच, नगर के मुख्य मार्ग से होते हुए, उल्लासपूर्वक निकिता का महाविद्यालय प्रांगण में प्रवेश कराया। बैंड की ओजपूर्ण स्वर-लहरियाँ, देशभक्ति के तराने, दो-दो की कतारों में सजी छत्राओं द्वारा गगनभेदी उद्घोष, नगरवासियों द्वारा जगह-जगह पुष्पवर्षा, प्रबन्ध समिति और स्टाफ की पदयात्रा में सक्रिय सहभागिता ने एक उत्सव का रूप ले लिया। महाविद्यालय प्रांगण में पहुँचने पर, छात्रायें विभिन्न धुनों पर प्रसन्नतापूर्वक देर तक थिरकती रहीं।
प्रारम्भ में स्वामी गोपाल दास चौक स्थित स्वामीजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। निकिता का प्रबन्ध समिति के सचिव श्री भागीरथजी शर्मा ने माल्यार्पण और प्राचार्य श्रीमती आशा कोठारी ने तिलकार्चन कर स्वागत किया। इस क्रम में समिति के सदस्य श्री श्याम सुंदरजी शर्मा, श्री राजेशजी मंडावेवाला, श्री संजयजी बजाज, श्री शम्भूदयालजी शर्मा ने भी स्वागत किया। श्री राजेशजी मंडावेवाला ने छात्रा को उपहार स्वरूप घी का कनस्तर भेंट किया। निकिता के कोच श्री ईश्वर सिंहजी लाम्बा और माताश्री को भी सबने बधाई दी। टेनिस और क्रिकेट के प्रसिद्ध खिलाड़ी श्री रवीन्द्रजी शर्मा, श्री राजीवजी बहड़ सहित कई गणमान्य व्यक्ति, स्टाफ-सदस्य भी इस उत्सव के साक्षी बने।
अध्यक्ष श्री रामगोपालजी बहड़ ने अस्वस्थ होते हुए भी अपनी मंगलकामनाएँ प्रेषित कीं।